मूल पंजाबी से अनुवाद
सुभाष नीरव
प्रिंसैस आॅफ वेल्ज़, प्रिसैंस डायना के बारे में
* वह अपने समय की विश्व में सबसे अधिक मकबूल और तस्वीरकश होने वाली औरत थी। हर रोज़ अख़बारों के पन्ने उसकी तस्वीरें और ख़बरें छापने के लिए आरक्षित रहते थे। उसकी तस्वीरें खींचने के लिए फोटोग्राफर्स अपनी जान की बाज़ी लगा देते थे।
* वह दुनिया में सबसे अधिक पोशाकें खरीदने और पहनने वाली स्त्री थी। उसके द्वारा एक बार पहनने पर ही पोशाक की कीमत बढ़ जाती थी और उसके कपड़े लाखों-करोड़ों पौउंड में नीलाम होकर बिकते थे और आज भी बिक रहे हैं।
* वह इतनी अधिक प्रसिद्ध थी कि पूरे पते के बग़ैर अर्थात सिर्फ़ उसका नाम भर लिखे ख़त उसको डाक से मिल जाते थे, चाहे वे दुनिया के किसी भी कोने से आए हों। उसने अपनी समूची ज़िन्दगी में दस लाख हस्तलिखित चिट्ठियाँ लोगों को लिखीं और उसके लिखे पे्रेम-पत्र आज ऐतिहासिक दस्तावेज़ बन गए हैं।
* उसके ऐतिहासिक विवाह पर उस समय 30,000,000 पाउंड खर्च आया था और इतिहास में अब तक भी यह विश्व का सबसे मंहगा विवाह है। केवल धार्मिक रस्म पर ही 14 करोड़ डाॅलर फूंक दिया गया था। इस शादी को विश्वभर के 750 करोड़ लोगों ने टेलीविज़न पर देखा था और 9 करोड़ लोग साक्षात दूल्हा-दुल्हन की एक झलक पाने के लिए लंदन की सड़कों पर खड़े रहे थे।
* जब उसका निधन हुआ तो 2 करोड़ लोगों ने साक्षात और 2.5 अरब लोगांे ने टेलीविज़न पर उसकी अर्थी लंदन की सड़कों पर से होती हुई वैस्टमनिस्टर की ओर जाती देखी थी। 32.78 करोड़ लोग उसका जनाज़ा देखने के लिए ब्रितानवी टेलीविज़न लगाकर पूरा दिन बैठे रहे थे।
* उसकी रहस्यभरी मौत विश्व के इतिहास में एकमात्र उदाहरण है जिसकी कुल 110 भिन्न-भिन्न स्तरों पर जांच हुई। किसी भी क़त्ल केस के लिए दुनिया के इतिहास में हुई अब तक की ये सबसे अधिक जांच-पड़तालें हैं। फ्रांस की पुलिस के पास इस केस से संबंधित दस्तावेज़ों के चार 12×14 फुट के कमरे भरे पड़े हैं।
* विश्वभर की 270 भाषाओं में उसके बारे में 2 लाख किताबें छप चुकी हंै। विश्व में किसी एक व्यक्ति पर आधारित किताबों की यह सबसे बड़ी गिनती है। लगभग हर पंद्रह मिनट के बाद कहीं न कहीं उससे संबंधित कुछ न कुछ आज भी छपता है।
* 36 वर्ष की आयु में उसने 36 प्रसिद्ध पुरुषों के साथ प्रेम संबंध बनाये थे।
बीसवीं सदी की सबसे खूबसूरत मानी गई वह औरत इंग्लैंड के होने वाले राजा विलियम पंचम की माँ और वेल्ज़ की शहजादी थी। क्या थी इस बागी राजकुमारी की असल कहानी? उसको जानने के लिए आपको यह पुस्तक पढ़नी पड़ेगी। शहजादी डायना के समूचे जीवन को इस उपन्यास में हू-ब-हू चित्रित करने का यत्न किया गया है।
अनुक्रम
अध्याय 1 -रियासत का रक्षक, राजकुमारी और राजकुमार
अध्याय 2- प्रथम मुलाकात और प्रथम चुम्बन
अध्याय 3- राजमहल, राजकुमारी और राजद्रोही
अध्याय 4- ख़तरे का खेल
अध्याय 5- सपना
अध्याय 6- हनीमून
अध्याय 7- प्रेम और जंग
अध्याय 8- युद्ध नगाड़ा
अध्याय 9- पीर हिज्र की और ज़ख़्म जिगर का
अध्याय 10- मैदान-ए-जंग
अध्याय 11- मिलन और बिछोह
अध्याय 12- उथल-पुथल
अध्याय 13- बर्फ़ीला मनुष्य
अध्याय 14- गुलाब का फूल
अध्याय 15- डायना, डोडी और मृत्यु
अध्याय 16- राह
अध्याय 17- मनहूस ख़बर
अध्याय 18- डूबा सूरज
अध्याय 19- अन्तिम यात्रा
अध्याय 20- बाॅडीगार्ड
अध्याय 21- संमुदरी लहर और रेत
अध्याय 22- वेलेंटाइन दिवस
अध्याय 23- सरप्राइज़
अध्याय 24- चोरों को मोर
अध्याय 25- इतिहास के पन्ने
अध्याय 26- तोहफ़ा
अध्याय 27- तस्वीर
अध्याय 28- विवर्जित शाही रिश्ते
अध्याय 29- इश्क बसा रग रग में जिनके
अध्याय 30- समाज सेविका
अध्याय 31- राज़
अध्याय 32- आग की लपट
अध्याय 1
रियासत का रक्षक, राजकुमारी और राजकुमार
बहुत ही बेबाक किस्म का इन्सान हूँ मैं। मैं? हाँ मैं। अर्थात ब्रितानवी फौज का भूतपूर्व स्क्वाड्रन लीडर मेज़र जेम्ज़ मिल्फोर्ड ह्युवट वल्द जाॅह्न ह्युवट। मैं आयरिश मूल से हूँ। मुझे गर्व है कि समूचे विश्व में मेरी कौम को बहादुर, मेहनती और वफ़ादार माना जाता है।
अध्याय 2
पहली मुलाकात और पहला चुम्बन
मुझे आज भी किसी ताज़ा लम्हें की तरह अच्छी प्रकार याद है वह दिन, जब मैंने पहली बार अरिस्टोक्रेट अल्थरोप के आठवें अर्ल एडवर्ड जाॅन स्पैंसर की सुपुत्री लेडी डायना फ्रैंसिस माउंटबेटन विंसडर को देखा था। अल्हड़, सुन्दर, संकोची किस्म की छुईमुई जैसी भोली नवयौवना थी वह तब।
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